राष्ट्रीय राजमार्ग 458: सड़कें क्षतिग्रस्त और डिवाईडरों के बीच झाड़ियां कर रही वाहन चालकों को चोटिल
राष्ट्रीय राजमार्ग 458 स्थानीय लोगों सहित आवागमन करने वाले राहगीरों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई हैं। ग्रामीणों ने बार-बार जिम्मेदार अधिकारियों को अवगत कराया परंतु अभी तक ये सड़क गड्ढ़ामुक्त नहीं हो पा रही है। वैसे तो शहर सहित क्षेत्र की अधिकांश सड़कों की हालत खराब ही है। लेकिन ये मार्ग कई जिलों से जोड़ने वाली ये राष्ट्रीय राजमार्ग पूरी जर्जर हो गया है। साथ ही स्थानीय लोगों के अलावा यहां से निकलने वाले बाहरी व्यक्ति भी गड्ढों से भरी इस सड़क पर हिचकौले खाने को मजबूर है, इस सड़क पर प्रतिदिन हजारों वाहनों के साथ लाखों लोगों का आवागमन रहता है। ये सड़क मार्ग अजमेर और जोधपुर, ब्यावर जिलों के जरिए और बड़े जिलों से जोड़ता है। साथ ही कई किलोमीटर तक तो सही सड़कें, बीच में डिवाईडर जैसी सुविधाएं देखने को ही नहीं मिलता। और तो जगह-जगह गड्ढे और जहां डिवाईडर बने हैं उनके बीच में कंटीली झाड़ियों का भरमार है। इस मार्ग पर लंबे समय से सड़कें क्षतिग्रस्त होने से आए दिन छोटे-बड़े हादसे होते रहते हैं। सड़के टूटी होने के कारण कई बार तो वाहन चालक इस मार्ग से नहीं जाकर दुसरे मार्गो से जाने को मजबूर हैं। वही इस सड़क पर सबसे ज्यादा रास-बाबरा सीमेंट फैक्ट्री के भारी वाहन इस सड़क से जाते हैं। साथ ही भारी वाहनों से सड़कें और भी उखड़ रही है। पर जिमेदार इस और ध्यान नहीं दे रहे है इसका खामियाजा आने जाने वाले राहगीरों को जेलना पड़ रहा है।
30 किमी तक सड़क की हालत खराब..
इस सड़क पर मेड़ता से जसनगर होते हुए लांबिया का सफर क्षतिग्रस्त सड़क के बीच तय करना पड़ता है। एनएच 458 मेड़ता के बायपास से कात्यासनी की सड़क को पूरी तरह उखड़ी हुई हैं। यहां डामर सड़क बनाने के कुछ समय बाद ही फिर बिखर जाती है। वहीं कात्यासनी से समदौलाव तक जगह-जगह अचानक गड्ढे आने से दुपहिया वाहन चालक गिर जाते हैं। इसके आगे भी सड़क का जगह-जगह यहीं हाल है।
डिवाईडर के लिए जगह छोड़ी लेकिन बने नहीं..
इस राजमार्ग पर संवेदक कंपनी ने डिवाइडर बनाने के लिए कई जगह बीच में नाले बनाकर छोड़ दिए। जहां डिवाईडर नहीं बनाया गया, जो हादसों का कारण भी बन सकता है। वहीं जहां डिवाईडर हैं उनके बीच में अंग्रेजी बबूल, बैर की झाड़ियों के बाहर निकलने से दुपहिया वाहन चालक चोटिल हो जाते हैं।
सड़कें भी टूटी और टोल वसूली भी जारी…
राष्ट्रीय राजमार्ग 458 की सड़क जगह-जगह से टूटी हुई है फिर भी टोल वसूली की जा रही है। जबकि नियमों के अनुसार जिस सड़क मार्ग पर सुविधा देने के लिए टोल वसूला जाता है, वो सड़कें टूटी हुई नहीं होनी चाहिए। और आने जाने वाले राहगीरों को इस कारण भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं। इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर दो टोल वसूली की जा रही हैं। और सड़के पूरी टूटी हुई हैं।
कई बार मांग, प्रदर्शन भी लेकिन स्थिति यही…
जानकारी के अनुसार जो भी संवेदक कंपनी है, उसे डिवाइडर बनाने के लिए अजमेर कार्यालय से निर्देश भी दिए जा चुके हैं। धनेरिया के पास एक प्लांट भी लगा हुआ है, जिसका काम भी सड़क की हर सप्ताह देखरेख कराने का है। लेकिन कोई इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। लोग कई बार राजमार्ग पर जगह-जगह से क्षतिग्रस्त सड़क को दुरुस्त कराने की मांग कर चुके हैं। कई बार ज्ञापन साथ ही सड़क पर जाम लगा प्रदर्शन कर चुके ग्रामीण वहीं कुछ दिनों पहले कात्यासनी के पास हुई सड़क दुर्घटना के बाद लोगों ने जाम लगाकर प्रदर्शन भी किया था।
आर्थिक नुकशान के साथ लोग हो रहे चोटिल…
गड्ढे इतनी गहरी हो गए हैं इस कारण इस मार्ग पर गुजरने वाले वाहनों को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है हाल ही में इस मार्ग से गुजरने वाली स्विफ्ट डिजायर कार का चैंबर खड्डा के कारण टूट गया। गाड़ी मालिक का कहना है की इस सड़क पर तो टाल देने के बाद भी आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ता है।